#अभ्युदय_से_चर्मोत्कर्ष #एपिसोड_31
#अभ्युदय_से_चर्मोत्कर्ष #एपिसोड_31 एक अनजान खत उनके लिए जो कभी अपने थे... #यादें_जिंदा_रहेंगीं बातें करनी थी आपसे बहुत सारी , इतनी कि बाकी की ज़िंदगी के हरेक पल उनके सहारे काट सकूं । जब अचानक फोन आपका आया तो नहीं जानता था कि ये पहली और आख़िरी बार है वरना सहेज लेता सब . . . . जो आपने कहा, किया ; पर अफ़सोस कि आपकी आवाज़ का एक क़तरा भी नहीं ...